गरियाबंद/अमलीपदर। प्रदेश में कुछ ही दिनों बाद गणपत्ति बप्पा विराजने वाले हैं लेकिन इस बार हर बार की तरह उत्साह नजर नही आएगा । गणेश वतुर्थी को लगभग 17 दिन बाकी हैं लेकिन अभी तक किसी समिति ने मुर्तीकारों को आर्डर नहीं दिया है । इसका एक कारण ये है कि सरकार ने इस कोरोना काल में गणेशोत्सव समिति के लिए जो एडवाईजरी जारी की है वो बड़ी कठीन है । सरकार ने कहा है कि यदि गणेशोत्सव के समय कोई व्यक्ति पाजिटिव पाया जाता है तो उसकी जिम्मेदारी समिति की होगी और उसका खर्च भी समिति उठाएगी । ऐसे में शायद ही कोई गणेशोत्सव समिति सामने आए।
विभिन्न समिति के अध्यक्षों का कहना है कि नियम इतने कठिन है कि उसका पालन करना बहुत मुश्किल है सरकार ने जो एडवाइजरी जारी की है अगर वो ही एडवाइजरी दारू भट्टी में भी लागू करते तब मानते सरकार को कोरोना की कितनी फिक्र है ।
अमलीपदर जनजागृति समिति के सदस्य निक्की ताम्रकार ने कहा कि अगर गणेशोत्सव के दौरान कोई पॉजिटिव आएगा तो खर्चा समिति उठाएगी, व दारू भट्टी में ? सरकार l
ये बिल्कुल गलत कर रही है सरकार के लिए हिन्दुओ की भावनाओ से ज्यादा महत्व शराब का है । उन्होंने इसकी घोर निंदा की व उनके द्वारा गणेशसमिति के अध्यक्ष व सदस्यों के साथ मिलकर राज्यपाल को इस नियम में संशोधन करने के लिए पत्र लिखा जा रहा है।
वही अखिल भारतीय हिन्दू महासभा जिला अध्यक्ष गौतम जैन ने कहा कि सरकार जो कर रही गलत है सरकार को इतने ही नियम की चिंता होती तो दारू भट्टी व खुद के कार्यक्रमो में पहले सोशल डिस्टेंस का पालन करे ।
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अपना किमती समय देने के लिये
धन्यवाद