"27 मई 2025: शेयर बाजार में भारी गिरावट – जानिए प्रमुख कारण और निवेश सलाह"
आज, 27 मई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में जोरदार गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में चिंता की लहर दौड़ गई। सेंसेक्स 624.82 अंक (0.76%) की गिरावट के साथ 81,551.63 पर बंद हुआ, वहीं निफ्टी 174.95 अंक (0.70%) गिरकर 24,826.20 पर आ गया। यह गिरावट कई वैश्विक और घरेलू कारकों की वजह से आई। आइए इन कारकों को विस्तार से समझते हैं।
शेयर बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण
1. अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में वृद्धि
अमेरिका की 10 साल की ट्रेजरी यील्ड में तेजी आने से ग्लोबल निवेशकों का रुझान इक्विटी से हटकर सुरक्षित विकल्पों की ओर गया। इससे भारत समेत उभरते बाजारों में बिकवाली का दबाव बना।
स्रोत: आज तक
2. वैश्विक बाजारों में कमजोरी
एशियाई बाजारों में गिरावट और अमेरिकी बाजारों की अनिश्चितता ने घरेलू बाजार की धारणा को भी प्रभावित किया। निवेशक वैश्विक मंदी की संभावनाओं से सतर्क हो गए हैं।
3. एफपीआई की मुनाफावसूली
मई में विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजारों में भारी पूंजी लगाई थी, लेकिन वैश्विक अस्थिरता के चलते अब उन्होंने मुनाफावसूली शुरू कर दी है।
स्रोत: आज तक – एफपीआई रिपोर्ट
4. प्रमुख शेयरों में गिरावट
आज के सत्र में अल्ट्राटेक सीमेंट, ITC, टाटा मोटर्स, और एक्सिस बैंक जैसे बड़े शेयरों में तेज गिरावट देखने को मिली, जिससे बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा।
स्रोत: Live Hindustan
5. तकनीकी कारक और रेंजबाउंड ट्रेडिंग
विश्लेषकों के अनुसार, निफ्टी वर्तमान में 24,450 से 25,000 के रेंज में ट्रेड कर रहा है, जिससे बाजार की दिशा को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
स्रोत: Moneycontrol Hindi
निवेशकों के लिए सलाह
बाजार में उतार-चढ़ाव आम बात है, लेकिन ऐसी परिस्थितियों में धैर्य और समझदारी से काम लेना बेहद ज़रूरी होता है। विशेषज्ञ निवेशकों को निम्नलिखित सुझाव देते हैं:
जल्दबाज़ी में कोई निर्णय न लें।
अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करें और संतुलन बनाए रखें।
लॉन्ग टर्म निवेश की रणनीति पर टिके रहें।
मजबूत बुनियादी कंपनियों और सेक्टरों पर भरोसा बनाए रखें।
नए निवेश को चरणबद्ध तरीके से करें, न कि एकमुश्त।
भारतीय अर्थव्यवस्था की नींव मजबूत है, और यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है।
निष्कर्ष
27 मई 2025 की यह गिरावट शेयर बाजार की सामान्य चक्रीय प्रक्रिया का हिस्सा हो सकती है। बाजार में निवेश करते समय उतार-चढ़ाव स्वाभाविक हैं। ऐसे समय में संयम, विवेक और दीर्घकालिक दृष्टिकोण ही निवेशकों की सबसे बड़ी ताकत होती है।
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अपना किमती समय देने के लिये
धन्यवाद