रायगढ़ नगर निगम चुनाव: चाय बेचने वाले जीवर्धन सिंह चौहान बने महापौर, बीजेपी ने रचा इतिहास
रायगढ़: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। चाय की दुकान चलाने वाले जीवर्धन सिंह चौहान ने कांग्रेस की जानकी काटजू को भारी मतों से हराकर महापौर पद हासिल किया। यह पहली बार है जब रायगढ़ में एक साधारण चाय विक्रेता शहर का प्रथम नागरिक बना है।
चाय की गुमटी से महापौर की कुर्सी तक का सफर
जीवर्धन सिंह चौहान पिछले 29 वर्षों से बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता रहे हैं। वह चाय बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और वित्त मंत्री ओपी चौधरी उनकी दुकान पर पहुंचे थे और चाय बनाकर जनता के बीच उनकी पहचान को और मजबूत किया।
चुनाव नतीजे
- बीजेपी के जीवर्धन सिंह चौहान – 33,000+ वोटों से जीत
- कांग्रेस की जानकी काटजू – 21,946 वोट
- नोटा को मिले – 954 वोट
राजनीतिक सफर
जीवर्धन सिंह चौहान वर्तमान में बीजेपी अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश मंत्री हैं।
- 2004-2005: भाजयुमो नगर मंत्री
- 2010: एल्डरमैन
दूसरी ओर, कांग्रेस की जानकी काटजू पहले भी पार्षद रह चुकी हैं और 2020 में रायगढ़ नगर निगम की पहली महिला महापौर बनी थीं।
सीएम विष्णुदेव साय का बयान
महापौर पद पर चौहान की ऐतिहासिक जीत पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, "भारतीय जनता पार्टी में एक साधारण कार्यकर्ता भी शीर्ष पद तक पहुंच सकता है। जीवर्धन सिंह चौहान की जीत संगठन की ताकत और जनता के विश्वास का प्रतीक है।"
बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर थी
इस चुनाव को बीजेपी ने पूरी गंभीरता से लड़ा था। माना जा रहा है कि वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने इस चुनाव को अपनी प्रतिष्ठा से जोड़ा था और पूरे दमखम के साथ चौहान की जीत सुनिश्चित की।
निष्कर्ष
रायगढ़ नगर निगम चुनाव में बीजेपी की जीत यह साबित करती है कि आम आदमी भी मेहनत और संगठन के समर्थन से ऊंचे पद तक पहुंच सकता है। जीवर्धन सिंह चौहान की यह ऐतिहासिक जीत नगर निकाय चुनावों के भविष्य की दिशा तय कर सकती है।
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धन्यवाद