यह पूरा मामला परछछ गांव का है। गांव में कुछ माह से गोंविद गिरिजी महाराज नाम के एक बाबा की आवाजाही शुरू हुई है। वह गांव के बाहर स्थित शिव मंदिर में पूजा-अर्चना करता है। पिछले एक पखवाड़े से बाबा ने अपने भक्तों के माध्यम से तीन घंटे के लिए समाधि लेने का प्रचार कराना शुरू कर दिया। इससे गांव में कौतूहल की स्थिति बन गई। सोमवार को समाधि लेने का मुहुर्त निकाला गया था। भक्तों ने बाबा के समाधि लेने वाले स्थान के पास गहरा गड्ढा खोदा, जिसमें नीचे ईंटे बिछा दिए गए। तब तक समाधि स्थल पर भारी भीड़ जुटनी शुरू हो गई।
दिन के एक बजे के आसपास बाबा गड्ढे में नीचे उतर गया। ऊपर से भक्तों ने पटरे से पूरा गड्ढा ढांक दिया और फिर उस पर तिरपाल डालकर कुछ मिट्टी भी डाल दी। तब तक भीड़ समाधि स्थल के आसपास ही डटी रही। आसपास के गांवों के लोग भी पहुंच गए। शाम 4 बजे के आसपास भक्तों ने गड्ढा खोलकर बाबा को जैसे ही बाहर निकाला वैसे ही जयकारे लगने शुरू हो गए। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो, फोटो सोशल मीडिया में वायरल होना शुरू हो गया।
इससे कोतवाली पुलिस सक्रिय हो गई। पुलिस गांव पहुंचकर बाबा को हिरासत
में लेकर कोतवाली ले आई। कोतवाल राजेश चंद्र त्रिपाठी का कहना है कि बाबा
ने पूछताछ में बताया है कि उसने समाधि नहीं ली थी। बल्कि गड्ढे के नीचे
उतरकर पूजा-अर्चना कर रहा था। फिलहाल मामले की जांच जारी है।
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