रायपुर,कुणाल राठी,28 जून 2020। कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट)के प्रदेश अध्यक्ष अमर परवानी,कार्यकारी अध्यक्ष मंगेलाल मालू, विक्रम सिंहदेव, महामंत्री जितेंद्र दोषी, कार्यकारी महामंत्री परमानंद जैन, कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल, प्रवक्ता राजकुमार राठी ने बताया कि देश में विभिन्न वर्गों के बीच हुए एक हालिया सर्वे में 98.8 प्रतिशत लोगों ने चीनी सामान के बहिष्कार का समर्थन किया है ! यह सर्वे कनफेडेरशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कराया जो 19 जून से 27 जून तक चला तथा देश के सभी राज्यों के 9735 लोगों ने सर्वे में भाग लेकर अपनी राय जाहिर की ! सर्वे में चीन के साथ चल रहे वर्तमान हालात से सम्बन्धित नौ प्रश्न पूछे गए थे और सभी प्रश्नों के उत्तरों का 90 प्रतिशत से ज्यादा रहा जिससे यह साफ़ जाहिर होता है की इस मुद्दे पर सारा देश चीन के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा है और किसी भी कीमत पर अब चीन को सबक सिखाना चाहता है !
कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी ने सर्वे के नतीजों का खुलासा करते हुए बताया की नौ दिन तक हुए इस ऑनलाइन सर्वे में व्यापारियों, लघु उद्योग, किसान, हॉकर्स, उपभोक्ता, स्वयं उद्यमी, महिला उद्यमी,ग्रहणी,कामकाजी महिलाएं, विद्यार्थी एवं सामाजिक संगठनों के लोगों सहित अनेक वर्गों ने उत्साहपूर्वक सर्वे में भाग लिया ! कैट ने देश के सभी राज्यों के लगभग 11 हजार लोगों को सर्वे फॉर्म भेजा जिसमें से 9735 लोगों ने अपनी राय दी !
पारवानी ने बताया की सर्वे में जिन नौ प्रश्नों को पूछा गया उसमें पूछा गया की क्या आप चीन द्वारा भारतीय फौजों के खिलाफ की गई कार्रवाई को गलत मानते हैं जिसका 95.8 प्रतिशत जवाब हां था, क्या भारतीय सेना के 20 जवानों की मृत्यु से आप दुखी हैं -99.9 प्रतिशत लोगों ने कहा हाँ ! अब यह बहुत हो चूका, क्या चीन को अब सबक सिखाना चाहिए – 97.6 प्रतिशत लोगों ने कहा हाँ , क्या आप भारतीय फौजों के साथ मजबूती से खड़े हैं – 98.8 प्रतिशत लोगों ने कहा हाँ , क्या आप चीनी वस्तुओं के बहिष्कार के पक्ष में – 98.8 प्रतिशत लोगों ने कहा हाँ , क्या आप चीनी सामान न खरीदने अथवा बेचने की शपथ लेते हैं – 97.8 प्रतिशत लोगों ने कहा हाँ , क्या आप इस बात से सहमत हैं की फिल्म स्टार – क्रिकेट स्टारों को चीनी सामान का विज्ञापन नहीं करना चाहिए- 93.0 प्रतिशत लोगों ने कहा हाँ, क्या आप इस बात से सहमत हैं की भारत को चीनी कंपनियों को दिए गए सभी अनुबंध रद्द कर देने चाहिए – 96.5 प्रतिशत लोगों ने कहा हाँ , क्या आप इस बात से सहमत हैं चीनी कंपनियों द्वारा भारतीय स्टार्टअप्स में निवेश किया पैसा चीनी लोगों को वापिस लेना चाहिए – 92 प्रतिशत ने कहा हाँ।
पारवानी ने कहा की सर्वे के सभी प्रश्नों के नतीजे के रूप में भारतीय लोगों ने बड़ी संख्यां में चीन के खिलाफ अब जोरदार लड़ाई करने पर आम सहमति व्यक्त की ! सर्वे की ख़ास बात यह रही की नौ दिनों तक चलने वाले सर्वे में सभी प्रश्नों के उत्तरों का प्रतिशत लगभग एक जैसा रहा जो इस बात को दर्शाता है की देश भर के लोगों ने इस मुद्दे पर अपनी राय बहुत अधिक स्पष्ट है और किसी प्रकार का कोई भ्रम नहीं है ! श्री पारवानी ने कहा की सर्वे के नतीजों से कैट को अब और अधिक आक्रामतकता के साथ देश भर में चीनी वस्तुओं के राष्ट्रीय अभियान “भारतीय सामान -हमारा अभिमान “को चलाया जा सकेगा !
0 Comments
अपना किमती समय देने के लिये
धन्यवाद