चीन। कोरोना महामारी का आतम दुनिया भर में छाया हुआ है। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण का आंकड़ा 70 लाख पार कर चुका है. इसी बीच वायरस को लेकर लगातार नई-नई चीजें सामने आ रही हैं. जैसे 30 मई को चीन के शेनझेन में जन्मे एक बच्चे में कोरोना के खिलाफ लड़ने वाली एंटीबॉडी मिली है. बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है और अस्पताल से घर लौट चुका है. ये अपनी तरह का पहला मामला है जिसमें गर्भ में ही बच्चे के भीतर एंटीबॉडीज बन गईं.
बताया जा रहा है कि अप्रैल में मां में कोरोना की पुष्टि हुई थी, लेकिन उसमें बीमारी के कोई लक्षण नहीं (asymptomatic) थे. इलाज के 10 दिनों के भीतर ही मां कोरोना निगेटिव पाई गई. इसके बाद से मां में कोई भी जटिलता नहीं थी. अब ये बात डॉक्टरों को हैरान कर रही है कि मां के कोरोना निगेटिव होने के बाद भी बच्चे के भीतर वायरस के लिए एंटीबॉडीज आखिर बनीं कैसे. कुछ डॉक्टर इसे नैचुरल एंटी-वायरस एबिलिटी मान रहे हैं.
शेनझेन के स्थानीय प्रशासन ने चीन के सोशल मीडिया पर ये जानकारी डाली. इसमें बताया गया है कि शेनझेन थर्ड अस्पताल में 30 मई को जन्मे बच्चे में कोरोना वायरस से मुकाबला करने वाली एंटीबॉडी मिली. बता दें कि पांच महीने बाद भी कोरोना के बारे में कम ही बातें जानी जा सकी हैं. इसपर भी फिलहाल बहस ही हो रही है कि मां में अगर कोरोना है तो क्या बच्चे पर भी इसका असर हो सकता है. या बच्चा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा?
प्रेगनेंट महिला अगर कोरोना पॉजिटिव है तो क्या होने वाले बच्चा भी इससे प्रभावित रहेगा? इस सवाल की अब तक पुष्टि नहीं हो सकी है कि गर्भ से वायरस बच्चे में या प्रसव के बाद मां से बच्चे में चले जाते हैं. अब तक ब्रेस्टमिल्क या एम्नियोटिक फ्लूइड में ये वायरस नहीं देखा गया है.
वैसे अब तक इसके कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोरोना पॉजिटिव मां के गर्भ में शिशु पर वायरस का असर हो सकता है. हाल में लंदन में आए एक मामले में नवजात को कोरोना पॉजिटिव पाया गया. मां भी कोरोना प्रभावित निकली लेकिन शिशुजन्म के बाद ये जांच हुई, इसलिए ये पता नहीं लग सका कि बच्चे को जन्म के बाद मां से ये वायरस मिले या वो गर्भ में भी इससे प्रभावित हो चुका था.
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अपना किमती समय देने के लिये
धन्यवाद