नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर से एक बडी खबर है जहां उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अचानक इस्तीफा पत्र सौंपा है। वहीं राष्ट्रपति ने भी उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया है। जीसी मुर्मू के इस्तीफे के बाद अब राष्ट्रपति भवन की ओर पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मनोज सिन्हा को जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल का कार्यभार सौंपा गया है।
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के 1 साल भी पूरे
गौरतलब है कि जीसी मुर्मू ने ऐसे समय में इस्तीफा सौंपा है जब बुधवार को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने का एक साल पूरा हुआ है। मुर्मू से पहले जब जम्मू-कश्मीर पूर्ण राज्य था तब सत्यपाल मलिक यहां के राज्यपाल थे, लेकिन जब केंद्र शासित प्रदेश बना तो अधिकारी जीसी मुर्मू को वहां भेजा गया।
31 अक्टूबर 2019 को मुर्मू बने थे जम्मू-कश्मीर के पहले एलजी
मोदी सरकार ने पिछले साल पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान समाप्त कर दिये थे और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया था। इसी के बाद 31 अक्टूबर को मुर्मू को उपराज्यपाल नियुक्त किया गया था।
गुजरात कैडर के 60 वर्षीय पूर्व आईएएस अधिकारी ने पिछले साल इस केंद्र शासित प्रदेश के प्रथम एलजी के रूप में कार्यभार संभाला था। 1985 बैच के आईएएस अधिकारी मुर्मू के इस्तीफे के कारणों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। जब नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब मुर्मू ने उनके प्रधान सचिव के रूप में सेवाएं दी थीं। वह उप राज्यपाल के पद पर नियुक्ति के समय वित्त मंत्रालय में सचिव थे।
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अपना किमती समय देने के लिये
धन्यवाद