बता दें कि यूएस एफडीए ने इमरजेंसी यूज ऑथोराइजेशन (ईयूए) के तहत हाल ही में गिलियड साइंसेज की दवा रेमडेसिवीर को कोरोना वायरस के इलाज के लिए मंजूरी दी थी. जिसके बाद मई के महीने में गिलियड साइंसेज ने सिप्ला को इस दवा के विनिर्माण और विपणन की नॉन-एक्सक्लुसिव मंजूरी दी थी. अब सिप्ला की ओर से रिस्क मैनेजमेंट प्लान के तहत सिप्रमी दवा के इस्तेमाल के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी. वहीं मरीजों की ओर से सहमति का एक फॉर्म भी भरना होगा. साथ ही पोस्ट मार्केट सर्विलांस के अतिरिक्त सिप्ला मरीजों पर चौथे चरण का क्लिनिकल ट्रायल भी करेगी.
बता दें कि अमेरिका, यूरोप और एशिया के 60 सेंटर्स में 1063 मरीजों पर रेमडेसिवीर का ट्रायल किया जा चुका है. इस ट्रायल में अस्पताल में भर्ती किए गए मरीजों को दवा के कारण जल्दी रिकवर होने में मदद मिली. इनमें ज्यादातर मरीज ऑक्सीजन थेरेपी पर थे. वहीं रेमडेसिवीर दिए जाने वाले मरीजों में मृत्यु दर 7.1 फीसदी थी.
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